Vol. 2, Issue 10, Part C (2016)
‘यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨â€™
‘यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨â€™
Author(s)
Sunita
Abstract
मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में आ रही गिरावट के कारण मनà¥à¤·à¥à¤¯ विनाश की ओर बॠरहा है। आज समाज में चारों ओर नैतिक, सामाजिक, सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• व आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में गिरावट देखने को मिलती है। आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ की दौड़ में हम अपनी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ व सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ को कहीं पीछे छोड़ रहे हैं। पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गौरव की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठउन मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤¨à¤ƒ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है, जिनके लिठहम विशà¥à¤µà¤à¤° में अपनी पहचान रखते हैं। अतः à¤à¤¾à¤°à¤¤ विशà¥à¤µà¤à¤° में मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के जनà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ के रूप में जाना जाता है। इस शोध के माधà¥à¤¯à¤® से यह जà¥à¤žà¤¾à¤¤ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है कि यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में कौन से मूलà¥à¤¯ उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤° के हैं और कौन से निमà¥à¤¨ सà¥à¤¤à¤° के हैं, कà¥à¤¯à¤¾ लिंग व संकाय के आधार पर मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ पाई जाती है? इसमें हरियाणा पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के रेवाड़ी जिले के दस महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को लिया गया है। इसमें 300 छातà¥à¤° व 300 छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को संकाय के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° लिया गया है। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोध में जी0 पी0 शैरी व आर0 पी वरà¥à¤®à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¤¾à¤µà¤²à¥€ का उपयोग आंकडों का संगà¥à¤°à¤¹ करने हेतॠकिया गया। यह शोध आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ के कारण यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में होने वाले परिवरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚ को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ है।
How to cite this article:
Sunita. ‘यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨â€™. Int J Appl Res 2016;2(10):174-177.