Vol. 2, Issue 10, Part D (2016)
रमाकांत रथ की राधा
रमाकांत रथ की राधा
Author(s)
डॉ. उतà¥à¤¤à¤® पटेल
Abstract
राधा और शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और साहितà¥à¤¯ के रग-रग में समाये हà¥à¤ पातà¥à¤° हैं। राधा तो शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• के रूप में अवतीरà¥à¤£ होती है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ में जयदेव ने गीत-गोविनà¥à¤¦à¤®à¥ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ की। आदिकाल में मैथिल कौकिल विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ ने राधा-कृषà¥à¤£ के सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¨à¥à¤¦ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚गारी चितà¥à¤°à¤£ किया। à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ काल में सगà¥à¤£ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ में à¤à¤• धारा शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ à¤à¤•à¥à¤¤ कवियों की रही। पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤²à¤•à¥à¤·à¤£à¤¾ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिठसूरदास ने राधा का वरà¥à¤£à¤¨ किया। घनानंद और मीरा à¤à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ के शà¥à¤¯à¤¾à¤® रंग में डूब गà¤à¥¤ रीतिकाल में राधा और कृषà¥à¤£ सामानà¥à¤¯ नायक-नायिका बन कर रह गà¤à¥¤ किनà¥à¤¤à¥ आधà¥à¤¨à¤¿à¤• काल में ‘पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸â€™, ‘कनà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾â€™ आदि कावà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤¨à¤ƒ अवतरित हà¥à¤ˆà¥¤ राधा-शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ के चरितà¥à¤° से पूरा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ साहितà¥à¤¯ आलोडित हà¥à¤†à¥¤ उडिया के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ कवि रमाकांत रथ à¤à¥€ इससे बच न सके। अतः उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने ‘शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤§à¤¾â€™ के रूप में पà¥à¤°à¥‡à¤® दीवानी राधा को à¤à¤• नवीनतम वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया।
How to cite this article:
डॉ. उतà¥à¤¤à¤® पटेल. रमाकांत रथ की राधा. Int J Appl Res 2016;2(10):216-219.