Vol. 2, Issue 11, Part A (2016)
आसà¥à¤¥à¤¾ और मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के संघरà¥à¤· की कथारू ‘गोधूलि’
आसà¥à¤¥à¤¾ और मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के संघरà¥à¤· की कथारू ‘गोधूलि’
Author(s)
डॉ. उतà¥à¤¤à¤® पटेल
Abstract
‘गोधूलि’ à¤à¥ˆà¤°à¤ªà¥à¤ªà¤¾ का सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ है। इस उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ को à¤à¥ˆà¤°à¤ªà¥à¤ªà¤¾ ने ‘तबà¥à¤¬à¥à¤²à¤¿à¤¯à¥ नीनादे मगने’ नाम से कनà¥à¤¨à¥œ में लिखा है। इसमें à¤à¥ˆà¤°à¤ªà¥à¤ªà¤¾ ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤µà¤®à¥ पाशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥à¤¯ मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚, दो पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤®à¥ पति-पतà¥à¤¨à¥€ के बीच के संघरà¥à¤· को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करते हà¥à¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की है। इस उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ में à¤à¥ˆà¤°à¤ªà¥à¤ªà¤¾ ने कालिंग गौड़ा और ननà¥à¤¹à¤¾ कालिंग, तायवà¥à¤µà¤¾ और कालिंग, तायवà¥à¤µà¤¾ और हिलà¥à¤¡à¤¾, वेंकटरमण और कालिंग, वैंकटरमण और हिलà¥à¤¡à¤¾, वेंकटरमण, हिलà¥à¤¡à¤¾ और कालेनहलà¥à¤²à¤¿ के गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥à¤¯-जन तथा कालिंग और हिलà¥à¤¡à¤¾ के बीच उà¤à¤°à¤¤à¥‡ मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के संघरà¥à¤· और उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ के अंत में कालिंग दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वापस à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की और लौटना चितà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया गया है।
How to cite this article:
डॉ. उतà¥à¤¤à¤® पटेल. आसà¥à¤¥à¤¾ और मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के संघरà¥à¤· की कथारू ‘गोधूलि’. Int J Appl Res 2016;2(11):27-30.