Vol. 2, Issue 6, Part O (2016)
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ महिलाà¤à¤‚: कल आज और कल
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ महिलाà¤à¤‚: कल आज और कल
Author(s)
पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤‚त कà¥à¤®à¤¾à¤°
Abstract
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में नारी की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ समय, काल और परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बदलती रही है। समय के साथ उसकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में परिवरà¥à¤¤à¤¨ आया है। वैदिक काल में नारी की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ काफी मजबूत और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ापूरà¥à¤£ थी लेकिन धीरे-धीरे उसकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में बदलाव होने लगा। वकà¥à¤¤ की आंधी ने महिला की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ कमजोर व बेबसीपूरà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में पहà¥à¤à¤šà¤¾ दी। वैदिक काल में पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ की सà¤à¤¾ में शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥ करने वाली महिला बाद के कालखणà¥à¤¡ में घर की चारदीवारी के बीच कैद रहने वाली और पà¥à¤°à¥à¤· के पैर की जूती तक बना दी गई। हालाà¤à¤•à¤¿ आधà¥à¤¨à¤¿à¤• समाज में महिलाओं की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में काफी परिवरà¥à¤¤à¤¨ आया है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजनीति में à¤à¥€ महिलाओं ने बहà¥à¤¤ ऊà¤à¤šà¥‡ आयामों को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया है
How to cite this article:
पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤‚त कà¥à¤®à¤¾à¤°. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ महिलाà¤à¤‚: कल आज और कल. Int J Appl Res 2016;2(6):975-976.