Vol. 3, Issue 1, Part A (2017)
सलà¥à¤¤à¤¨à¤¤ काल में महिलाओं का सà¥à¤µà¤°à¥‚प
सलà¥à¤¤à¤¨à¤¤ काल में महिलाओं का सà¥à¤µà¤°à¥‚प
Author(s)
डाॅ. मनोरमा सिंह
Abstract
सलà¥à¤¤à¤¨à¤¤ काल की पà¥à¤°à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§ महिलाओं में मातà¥à¤° राजनीतिक ही नहीं सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• जगत में à¤à¥€ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ किया है। नारी में देवतà¥à¤µ का बोध समाज ने किया है। नारी जहाठसंà¥à¤¦à¤° है वहीं उसमें देवतà¥à¤µ à¤à¥€ है पà¥à¤°à¥‚ष और महिला दोनों के शरीर में उस आतà¥à¤®à¤¾ का असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ है वह नर है न नारी। दकà¥à¤·à¤¿à¤£ के शैव संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¥‚ष ही नहीं, सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का à¤à¥€ महतà¥à¤µ देखने को मिलता है। आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में पà¥à¤°à¥‚ष और सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ में कोई à¤à¥‡à¤¦ नहीं है। आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® जगत में जहाठपà¥à¤°à¥‚षों ने खà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿ अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की है वहीं महिलाओं ने à¤à¥€ खà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿ अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की है। दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में धरà¥à¤® à¤à¤µà¤‚ अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® की देवी अकà¥à¤•à¤®à¤¹à¤¾à¤¦à¥‡à¤µà¥€ के विचार सरà¥à¤µà¤¥à¤¾ उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और पà¥à¤°à¥‚ष को समान रखा है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में तà¥à¤°à¥à¤•à¥€ शासन साà¥à¥‡ तीन सौ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से à¤à¥€ कà¥à¤› अधिक चला। इस बीच में विजय तथा दमन की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¥€ जारी रही। इसलिठइस यà¥à¤— में लाखों हिनà¥à¤¦à¥‚ मारे गये लाखों का यà¥à¤¦à¥à¤§à¥‹à¤‚ मंे संहार हà¥à¤† और लाखों सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ तथा बचà¥à¤šà¥‡ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ बनाकर दासों के रूप में बेच दिये गये। तिमूर ने मà¥à¤¹à¤®à¥à¤®à¤¦ तà¥à¤—लक से यà¥à¤¦à¥à¤§ करने के पूरà¥à¤µ à¤à¤• दिन में ही à¤à¤• लाख हिनà¥à¤¦à¥‚ बंदियों को कतà¥à¤² करवा दिया। हमारे देश के इतिहास के किसी à¤à¥€ यà¥à¤— में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• अथवा परवरà¥à¤¤à¥€ बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ यà¥à¤— में à¤à¥€ मानव जीवन का इतना नृशंसतापूरà¥à¤£ विनाश नहीं किया गया जितना कि तà¥à¤°à¥à¤• अफगान शासन के इन 350 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ मंे। तà¥à¤°à¥à¤•à¥€ सà¥à¤²à¥à¤¤à¤¾à¤¨ तथा उसके पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ समृदà¥à¤§ हिनà¥à¤¦à¥‚ परिवारों में अपने लिठपतà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के इचà¥à¤›à¥à¤• रहते थे, और इस हेतॠवे उचà¥à¤š सामंतों को अपनी लड़कियाठदेने पर विवश करते थे। मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® कानून के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° इन हिनà¥à¤¦à¥‚ लड़कियों को पहले अपने धरà¥à¤® से वंचित करके मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ बना लिया जाता और उनके साथ विवाह किया जाता था।
How to cite this article:
डाॅ. मनोरमा सिंह. सलà¥à¤¤à¤¨à¤¤ काल में महिलाओं का सà¥à¤µà¤°à¥‚प. Int J Appl Res 2017;3(1):44-49.