Vol. 3, Issue 10, Part C (2017)
जन-संचार का यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
जन-संचार का यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
Author(s)
अलà¥à¤•à¤¾ सिंह à¤à¤µà¤‚ केके सिंह
Abstract
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोध पतà¥à¤° रीवा नगर निगम कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त वारà¥à¤¡ कà¥à¤°0 5 के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में जनसंचार में यà¥à¤µà¤¾à¤“ं की à¤à¥‚मिका का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ पर आधारित है। जनसंचार का अरà¥à¤¥ जनता के बीच विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ से किया जाने वाला संचार है। जनसंचार का वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय इसके परिपकà¥à¤µ समाज की मनोदशा, विचार, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ आम जीवन दशाओं को नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ व निदेशित कर रहा है। इसका पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ अति वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• à¤à¤µà¤‚ असीमित है। जनसंचार माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समाज में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को अधिक से अधिक अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो रहा है।
How to cite this article:
अलà¥à¤•à¤¾ सिंह à¤à¤µà¤‚ केके सिंह. जन-संचार का यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ. Int J Appl Res 2017;3(10):169-171.