Vol. 3, Issue 3, Part G (2017)
नरेश मेहता के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में नारी पातà¥à¤°
नरेश मेहता के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में नारी पातà¥à¤°
Author(s)
डॉ. सà¥à¤®à¤¨ सामोता
Abstract
इस शोध पतà¥à¤° का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ नरेश मेहता के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में नारी चरितà¥à¤° के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• पहलू को दिखाने का रहा हैI इसमें नारी के आंतरिक रूप की अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¥€ इतने सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• ढंग से की गई है कि वे शीघà¥à¤° ही हमें अपने निकट महसूस होने लगती हैंI इसमें हमारा पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ यही रहा है कि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• पातà¥à¤° धरातल से जà¥à¥œà¤¾ हà¥à¤† होI उनके अंतरà¥à¤¦à¥à¤µà¤‚द को बड़े ही सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° ढंग से चितà¥à¤°à¤¿à¤¤ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया हैI पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नारी पातà¥à¤° शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ है और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• अपने आप को अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ देने में सफल रही हैI यहां पर नारी के उचà¥à¤›à¥à¤°à¤‚खल और धैरà¥à¤¯à¤¶à¥€à¤² दोनों रूपों का वरà¥à¤£à¤¨ करने का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ रहा है ताकि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤¤à¥‡ वकà¥à¤¤ अपने आप को उनके नजदीक महसूस कर सके और उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• पहलू को नजदीक से देख सके, समठसकेI
How to cite this article:
डॉ. सà¥à¤®à¤¨ सामोता. नरेश मेहता के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में नारी पातà¥à¤°. Int J Appl Res 2017;3(3):417-421.