Vol. 3, Issue 4, Part E (2017)
गोनà¥à¤¸à¤¾à¤²à¥à¤µà¥‡à¥› डियास और उनकी मातृà¤à¥‚मि
गोनà¥à¤¸à¤¾à¤²à¥à¤µà¥‡à¥› डियास और उनकी मातृà¤à¥‚मि
Author(s)
अनà¥à¤°à¤¾à¤— à¤à¤—त
Abstract
यह कारà¥à¤¯ गोनà¥à¤¸à¤¾à¤²à¥à¤µà¥‡à¥› डियास की जीवनी और उनके कारà¥à¤¯ को समà¤à¤¨à¥‡ का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ कर रहा है, विशेष रूप से उनकी कविता ‘निरà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ के गीत’ पर यह कारà¥à¤¯ केनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¤ है जो सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के संधरà¥à¤µ में कवि की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के बारे में विचार रखता है। यह अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ निरà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ से उतà¥à¤ªà¤¨ होने वाली विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की समीकà¥à¤·à¤¾ करता है, जिसमें कवि का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ विशेष के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उनके वकà¥à¤¤à¤¿à¤—त अनà¥à¤à¤µ शामिल है। यह सतà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करता है कि कैसे राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के निरूपण में गोनà¥à¤¸à¤¾à¤²à¥à¤µà¥‡à¥› डियास का लेखन, निरà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ के दोहरे दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ से बना हà¥à¤† है जिसके वह खà¥à¤¦ à¤à¤• गवाह है।
How to cite this article:
अनà¥à¤°à¤¾à¤— à¤à¤—त. गोनà¥à¤¸à¤¾à¤²à¥à¤µà¥‡à¥› डियास और उनकी मातृà¤à¥‚मि. Int J Appl Res 2017;3(4):316-319.