Vol. 3, Issue 5, Part L (2017)
सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ का मानवतावादी सà¥à¤µà¤°à¥‚प
सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ का मानवतावादी सà¥à¤µà¤°à¥‚प
Author(s)
बबिता
Abstract
समाज और साहितà¥à¤¯ में मानवतावाद की बात जब à¤à¥€ होती है तो आदरà¥à¤¶ हमेशा उसके केनà¥à¤¦à¥à¤° में होता है। लोगों को यथारà¥à¤¥ से अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž बनाठरखने और अपने विशेषाधिकारसà¥à¤µà¤°à¥‚प दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ का शोषण ज़ारी रखने का वरà¥à¤šà¤¸à¥à¤µà¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पास यह सबसे मजबूत हथियार है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¥€ सदियों से इसी आदरà¥à¤¶ षडà¥à¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¥à¤° का शिकार रही हैं। लेकिन अब जब इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस शोषक षडà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¥à¤° के विरà¥à¤¦à¥à¤§ साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की है तो सामनà¥à¤¤à¤µà¤¾à¤¦à¥€-पà¥à¤°à¥à¤·à¤µà¤¾à¤¦à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इसे ही अनैतिक और अमानवीय सिदà¥à¤§ करने का षडà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¥à¤° किया जा रहा है। जबकि सच यह है कि समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾à¤®à¥‚लक साहितà¥à¤¯ सैदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤• और वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• दोनों दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से मानवतावादी है।
How to cite this article:
बबिता. सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ का मानवतावादी सà¥à¤µà¤°à¥‚प. Int J Appl Res 2017;3(5):830-832.