Vol. 3, Issue 6, Part L (2017)
दलित विमरà¥à¤¶à¤ƒ à¤à¤• चेतना
दलित विमरà¥à¤¶à¤ƒ à¤à¤• चेतना
Author(s)
निरà¥à¤®à¤²à¤¾
Abstract
दलित शबà¥à¤¦ का शाबà¥à¤¦à¤¿à¤• अरà¥à¤¥ है जिसका दलन और दमन हà¥à¤† है, दबाया गया है, शोषित, उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¿à¤¤, सताया हà¥à¤†, अपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤, घृणित, हतोतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ आदि। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• हिनà¥à¤¦à¥€ साहितà¥à¤¯ में साहितà¥à¤¯ में साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने विमरà¥à¤¶ का à¤à¤• नवीन आकार निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ किया है जिसके अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त दलित साहितà¥à¤¯ को चिंतन का विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ फलक पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया गया है। दलित विमरà¥à¤¶ से अà¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ उस साहितà¥à¤¯ से है, जिसमें दलितों ने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ अपनी पीड़ा को रूपायित किया है, अपने जीवन संघरà¥à¤· में दलितों ने जिस यथारà¥à¤¥ को à¤à¥‹à¤—ा है, दलित विमरà¥à¤¶ उनकी उसी अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का विमरà¥à¤¶ है। यह कला के लिठकला नहीं बलà¥à¤•à¤¿ जीवन का और जीवन की जिजीविषा का विमरà¥à¤¶ है। दलित चेतना का पूरा चितà¥à¤°à¤£ दलित साहितà¥à¤¯ में समाहित है। इसका समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤•, संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि से है। मूलतः à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में वरà¥à¤£ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के आधार पर जो जातिगत बंटवारा हà¥à¤† है। यह पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ असमानता, वरà¥à¤šà¤¸à¥à¤µ और शोषण पर आधारित है। दलित कोई à¤à¤• रूपीय समाज नहीं है। इसकी अनेक परते है। दलित साहितà¥à¤¯ के पीछे दलित चेतना की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– à¤à¥‚मिका है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दलित चेतना से ही दलित सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ जागता है। दलित असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बà¥à¤¤à¥€ है। इस साहितà¥à¤¯ को सबसे पहले डाठà¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ अंबेडकर ने दलित साहितà¥à¤¯ का नाम दिया था। इनकी अदà¥à¤à¥à¤¤ सोच व चेतना का ही परिणाम है कि दलित साहितà¥à¤¯ à¤à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– धारा बन चà¥à¤•à¤¾ है। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में साहितà¥à¤¯ समाज का अलà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¾à¤‰à¤£à¥à¤¡ है। सामाजिक मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ को उजागर करना साहितà¥à¤¯ का ही काम है। दलित साहितà¥à¤¯ उतना ही पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ है जितना हिनà¥à¤¦à¥€ साहितà¥à¤¯à¥¤ दलित साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने इसी छà¥à¤†à¤›à¥à¤¤ को मिटाने के लिठसमाज और अपनी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दरà¥à¤œ करने के लिठसाहितà¥à¤¯ का सृजन करना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया।
How to cite this article:
निरà¥à¤®à¤²à¤¾. दलित विमरà¥à¤¶à¤ƒ à¤à¤• चेतना. Int J Appl Res 2017;3(6):852-855.