Vol. 5, Issue 1, Part E (2019)
असगर वजाहत रचित ‘डेमोकà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾’ की समीकà¥à¤·à¤¾
असगर वजाहत रचित ‘डेमोकà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾’ की समीकà¥à¤·à¤¾
Author(s)
माला कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
बहà¥à¤®à¥à¤–ी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ के धनी असगर वजाहत की पहचान का मà¥à¤–à¥à¤¯ आधार है- उनकी कहानियाà¤à¥¤ उनकी अनेक कहानियाठअबतक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हो चà¥à¤•à¥€ हैं। उनकी सारी कहानियाठअपने समय से बात करती नजर आती है। इस दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से असगरजी की सबसे पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ संगà¥à¤°à¤¹ है- ‘डेमोकà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾’। इस संगà¥à¤°à¤¹ में संकलित सà¤à¥€ कहानियाठमहतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ हैं, जिसका मूल कारण है- अपने समय से संवाद, सामाजिक, राजनीतिक विसंगतियों की बेबाक पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿, कथà¥à¤¯ का वैविधà¥à¤¯ तथा à¤à¤¾à¤·à¤¾ और शिलà¥à¤ª में अà¤à¤¿à¤¨à¤µà¤¤à¤¾à¥¤ असगर वजाहत ने अतà¥à¤¯à¤‚त रोचक à¤à¤¾à¤·à¤¾, सहज शिलà¥à¤ª और सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ कथà¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करते हà¥à¤ डेमोकà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾ के माधà¥à¤¯à¤® से तदà¥à¤¯à¥à¤—ीन राजनीति पर वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ किया है। डेमोकà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾ असगर साहब की पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ में चार चाà¤à¤¦ लगाता है।
How to cite this article:
माला कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. असगर वजाहत रचित ‘डेमोकà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾’ की समीकà¥à¤·à¤¾. Int J Appl Res 2019;5(1):350-351.