Vol. 5, Issue 8, Part D (2019)
बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ सामाजिक जीवन में कारà¥à¤Ÿà¥‚न धारावाहिकों की à¤à¥‚मिका
बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ सामाजिक जीवन में कारà¥à¤Ÿà¥‚न धारावाहिकों की à¤à¥‚मिका
Author(s)
सà¥à¤°à¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤° दà¥à¤—à¥à¤—ल, डॉ. रविनà¥à¤¦à¥à¤°
Abstract
बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखना बेहद पसंद है। कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने का अपना ही à¤à¤• मजा है। सोफे पर या बैड पर बैठकर टीवी पर पसंदीदा कारà¥à¤Ÿà¥‚न चैनल या धारावाहिक देखना बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की दिनचरà¥à¤¯à¤¾ का हिसà¥à¤¸à¤¾ होता है। उनमें कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने का इतना जà¥à¤¨à¥‚न होता है कि वे सà¥à¤•à¥‚ल से लेकर खाने-पीने के निजी काम à¤à¥€ à¤à¤Ÿ से बिना डांट डपट के निपटा लेते हैं। देखने में आया है कि आजकल के बचà¥à¤šà¥‡ टीवी पर कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करने लगे हैं। कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने के लिठअब उनके पास टीवी के अलावा à¤à¥€ कई साधन उपलबà¥à¤§ हैं, जैसे- सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤«à¥‹à¤¨, टैब, लैपटॉप या डेसà¥à¤•à¤Ÿà¥‰à¤ªà¥¤ आजकल लोगों की दिनचरà¥à¤¯à¤¾ इतनी वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ हो गई है कि वे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को टाइम नहीं दे पाते। à¤à¤¸à¥‡ में बचà¥à¤šà¥‡ सà¥à¤•à¥‚ल से आने के बाद घर में ही रहते हैं। उनकी देखà¤à¤¾à¤² नौकरानी या आया करती है। वहीं बचà¥à¤šà¥‡ टीवी पर कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखकर वकà¥à¤¤ बिताते हैं। नौकरी से घर आने के बाद à¤à¥€ मां-बाप अपने निजी कामों में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ हो जाते हैं। परिणामसà¥à¤µà¤°à¥‚प, वे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को घर से बाहर या पारà¥à¤• में खेलने के लिठनहीं ले जाते। बलà¥à¤•à¤¿ बचà¥à¤šà¥‡ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डिसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¬ न करें, इसलिठवे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ कर देते हैं। जैसे-जैसे बचà¥à¤šà¤¾ बड़ा होता है, उसका बाहर जाना कम हो जाता है। उसका जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° समय घर पर ही बीतने लगता है और वो à¤à¥€ कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखते हà¥à¤à¥¤ कहीं बाहर पारà¥à¤Ÿà¥€ में, रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° के यहां या शॉपिंग पर जाते हैं तो बचà¥à¤šà¥‡ तंग न करें, इसलिठमां-बाप उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤«à¥‹à¤¨ पर कारà¥à¤Ÿà¥‚न लगाकर दे देते हैं। जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° मां-बाप को लगता है कि कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने से बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का मनोरंजन होता। वे खà¥à¤¶ होते हैं, नई-नई बातें सीखते हैं। कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने के लिठवे समय पर पढ़ाई à¤à¥€ कर लेते हैं। सही तरीके से खाना खा लेते हैं। चाय-दूध आदि पी लेते हैं, लेकिन मां-बाप नकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ से अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž हैं। à¤à¤¸à¥‡ में मां-बाप को कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने के हानिकारक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ से अवगत कराने के लिà¤, नकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ने के कारण जानने और इनका समाधान तलाशने के लिठकई शोधकरà¥à¤¤à¤¾ आगे आà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कारà¥à¤Ÿà¥‚न देखने संबंधी बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¤¿ और जà¥à¤¨à¥‚न पर कई तरह के शोध किà¤, जिनमें कई चौंकाने वाले तथà¥à¤¯ à¤à¥€ सामने आà¤à¥¤ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोध à¤à¥€ इस कड़ी का हिसà¥à¤¸à¤¾ है।.
How to cite this article:
सà¥à¤°à¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤° दà¥à¤—à¥à¤—ल, डॉ. रविनà¥à¤¦à¥à¤°. बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ सामाजिक जीवन में कारà¥à¤Ÿà¥‚न धारावाहिकों की à¤à¥‚मिका. Int J Appl Res 2019;5(8):265-275.