Vol. 1, Issue 2, Part D (2015)
सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ में सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के दायितà¥à¤µà¤°à¥‚ à¤à¤• चिंतन
सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ में सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के दायितà¥à¤µà¤°à¥‚ à¤à¤• चिंतन
Author(s)
डॉ. सीमा गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾
Abstract
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ पतà¥à¤° में महिलाओं की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ से संबंधित उनके दायितà¥à¤µ पर विचार किया गया है इसमें यह चिंतन किया गया है कि महिलाओं की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ में समाज और सरकार से पहले महिलाओं का अपना दायितà¥à¤µ होता है यदि वे अपनी विशेषताओं आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ और अधिकारों को समठजाती हैं और पहचान लेती हैं तो वह अपनी सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ अपने आप कर सकते हैं साथ ही उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मानसिक और शारीरिक रूप से सà¥à¤¦à¥ƒà¤¢à¤¼ होने की à¤à¥€ आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है मानसिक और शारीरिक सà¥à¤¦à¥ƒà¤¢à¤¼à¤¤à¤¾ ही उनके मानसिक और शारीरिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करेंगे और चिंतन की दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करेंगे ।
How to cite this article:
डॉ. सीमा गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾. सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ में सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के दायितà¥à¤µà¤°à¥‚ à¤à¤• चिंतन. Int J Appl Res 2015;1(2):289-291.