Vol. 1, Issue 4, Part G (2015)
भारतीय रेलवे का सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव: औपनिवेशिक काल का विश्लेषण
भारतीय रेलवे का सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव: औपनिवेशिक काल का विश्लेषण
Author(s)
शलभ चिकारा
Abstract
भारतीय रेलवे का आरंभ औपनिवेशिक शासन के दौरान व्यापार और प्रशासन के उद्देश्य से हुआ, लेकिन इसका प्रभाव समाज और संस्कृति पर भी पड़ा। रेलवे ने विभिन्न समुदायों के बीच संपर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया। यह स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण साधन बना और राष्ट्रवाद के प्रसार में सहायक रहा। साथ ही, रेलवे कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों ने सामाजिक और आर्थिक सुधारों में योगदान दिया। इस शोध पत्र में औपनिवेशिक काल में रेलवे के विस्तार, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव, स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका, और कर्मचारियों के संघर्षों का विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है।
How to cite this article:
शलभ चिकारा. भारतीय रेलवे का सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव: औपनिवेशिक काल का विश्लेषण. Int J Appl Res 2015;1(4):426-429.