Vol. 1, Issue 4, Part G (2015)
सामाजिक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ संबंधी नेहरू à¤à¤µà¤‚ गाà¤à¤§à¥€ जी के विचारों की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾
सामाजिक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ संबंधी नेहरू à¤à¤µà¤‚ गाà¤à¤§à¥€ जी के विचारों की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾
Author(s)
डाॅ॰ जितेनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦
Abstract
सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® के कà¥à¤°à¤® में नेहरू जी अनवरत रूप से महातà¥à¤®à¤¾ गाà¤à¤§à¥€ के समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• में रहें और उनके विचारों से वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• रूप में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होते रहे, जिसके कारण समाजिक राजनीतिक, आरà¥à¤¥à¤¿à¤• और धारà¥à¤®à¤¿à¤• विचारों से अनवरत रूप से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होते रहें। महातà¥à¤®à¤¾ गाà¤à¤§à¥€ हमेशा à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ परिपेकà¥à¤· में सोचते थे और उसे वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप में à¤à¤¾à¤°à¤¤ की धरती पर उतारने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करते थे। इसी कारण से नेहरू जी à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ परिपेकà¥à¤· में सोचने और उसे à¤à¤¾à¤°à¤¤ की धरती पर उतारने की कला में पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ होते गये। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समाज में जमीनà¥à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ पूंजीपतियों के यहाठबिना मजदूरी के मजदूर लोग काम करते हैं। इससे उनका आरà¥à¤¥à¤¿à¤• शोषण होता है। इस पà¥à¤°à¤¥à¤¾ को समापà¥à¤¤ करके यह पà¥à¤°à¤¥à¤¾ लागू की जायेगी कि बिना मजदूरी के कोई à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ किसी के यहाठकाम नही करेगा और उचित मजदूरी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करके ही काम करेगा। यह पà¥à¤°à¤¥à¤¾ सामनà¥à¤¤à¥€ समान का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¾à¤‚तà¥à¤°à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में यह पà¥à¤°à¤¥à¤¾ कà¤à¥€ à¤à¥€ नही रहेगी। नेहरू जी सामाजिक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से बà¤à¤§à¥à¤† मजदूरी को à¤à¥€ समापà¥à¤¤ करने के समरà¥à¤¥à¤• हैं। बॅधà¥à¤† मजदूरी à¤à¤• सामाजिक कलंक है। इससे गरीबो को शोषण होता है। बॅघà¥à¤† मजदूरी के कारण उनको à¤à¤°à¤ªà¥‡à¤Ÿ à¤à¥‹à¤œà¤¨ तक à¤à¥€ नसीब नहीं होता है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° नेहरू जी गाà¤à¤§à¥€ जी के विचारों से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होकर à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ सामाजिक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ करते हैं जिससे पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° होकर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ सामाजिक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करेगा। जिसमें पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का समà¥à¤¯à¤• विकास होगा। इस समाज में बाल विवाह की पà¥à¤°à¤¥à¤¾ नहीं रहेगी। बाल विवाह के कारण समाज में विधवाओं की संखà¥à¤¯à¤¾ बहà¥à¤¤ हो जाती है। इसलिठविधवा विवाह को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ देकर विधवाओं को उचित पà¥à¤°à¤¶à¥à¤°à¤¯ दिया जायेगा।
How to cite this article:
डाॅ॰ जितेनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦. सामाजिक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ संबंधी नेहरू à¤à¤µà¤‚ गाà¤à¤§à¥€ जी के विचारों की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾. Int J Appl Res 2015;1(4):386-388.