Vol. 2, Issue 12, Part E (2016)
सेवासदन और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का कल, आज और कल
सेवासदन और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का कल, आज और कल
Author(s)
दà¥à¤°à¥à¤—ाननà¥à¤¦ यादव
Abstract
पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ ने सेवासदन उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ में सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सामाजिक सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पर गंà¤à¥€à¤° सवाल उठाया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नारियों को à¤à¥‹à¤— की मशीन और काम वासना की साधन समà¤à¤¨à¥‡ वाली पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ पर गहरा वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ किया है। नारी नारायणी और दà¥à¤°à¥à¤—ा à¤à¥€ है। इस तथà¥à¤¯ को लेखक ने सेवासदन में परत-दर-परत खोल कर रखा है।
How to cite this article:
दà¥à¤°à¥à¤—ाननà¥à¤¦ यादव. सेवासदन और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का कल, आज और कल. Int J Appl Res 2016;2(12):358-360.