Vol. 2, Issue 7, Part N (2016)
मानसिक स्वास्थ्य पर योगाभ्यास का प्रभाव
मानसिक स्वास्थ्य पर योगाभ्यास का प्रभाव
Author(s)
इन्द्राणी त्रिवेदी
Abstractआधुनिक युग में प्रत्येक व्यक्ति प्रतियोगितापूर्ण जीवन की ओर तीव्रता से अग्रसर हो रहा है और इस प्रकार के दृष्टिकोण का परिणाम है कि वह विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घिरता जा रहा है। विशेषतः किशोर वर्ग में ये समस्या बहुतायत रूप में व्याप्त है क्योंकि आज के किशोर अपनी उच्च आकांक्षाआंे को अतिशीघ्र पूरा तो करना चाहते हैं, किन्तु साथ ही अनेक समस्याओं जैसे तनाव, चिंता, कुण्ठा, विषाद, भावनात्मक असंतुलन आदि मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न समस्याओं से भी जूझ रहे हैं।
आज इन मानसिक समस्याओं में तेजी से वृद्धि हो रही है जिससे उनकी उर्जा का सही नियोजन नहीं हो पा रहा है परिणामस्वरूप उनका समुचित विकास भी नहीं हो पा रहा है। इस हेतु योगपरक अभ्यास के अंतर्गत पं. श्रीराम शर्मा द्वारा वर्णित मनोमय कोश साधना महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकती है जिसमें ध्यान, मंत्र, जप, त्राटक तथा रूप तन्मात्रा साधना जैसी मानसिक साधनाएँ सम्मिलित हैं, जिसका प्रायोगिक शोध निम्न सामाजिक आर्थिक स्तर के 60 किशोरियों पर किया गया, इस अभ्यास की समयावधि 30 मिनट की थी। कोटा प्रतिचयन विधि से प्रयोज्यों का चयन किया गया तथा प्रायोगिक नियंत्रित समूह अभिकल्प का प्रयोग किया गया है। सांख्यिकीय विश्लेषण Paired t-test द्वारा किया गया है, परिणामतः ज्ञात हुआ कि मनोमय कोश की साधना का किशोरियों के मानसिक स्वास्थ्य पर सार्थक प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार स्पष्ट है कि मनोमय कोश की साधना से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है जो कि आधुनिक युग की महती आवश्यकता है।
How to cite this article:
इन्द्राणी त्रिवेदी. मानसिक स्वास्थ्य पर योगाभ्यास का प्रभाव. Int J Appl Res 2016;2(7):939-942.