Vol. 2, Issue 9, Part L (2016)
शहरी एवं ग्रामीण उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं में आत्म संप्रत्यय का तुलनात्मक अध्ययन
शहरी एवं ग्रामीण उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं में आत्म संप्रत्यय का तुलनात्मक अध्ययन
Author(s)
दिलप्रीत कौर बेदी, डॉ दीपक पाण्डेय
Abstract
इस अध्ययन का उद्देश्य ग्रामीण एवं नगरी उ. मा. शलाओं के छात्र/छात्राओं में आत्म संप्रत्यय का तुलनात्मक अध्ययन करना था। जिसमें यह शून्य उपकल्पना बनाई गई कि “ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों के आत्मसंप्रत्यय में कोई अंतर नहीं है।” इस अध्ययन हेतु ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के उ. मा. विद्यालयों का चयन कर 12 वीं कक्षा के 120 विद्यार्थियों जिनमें 60 छात्र व 60 छात्राएँ है, का आकस्मिक प्रतिचयन विधि से चयन किया गया। उन विद्यार्थियों पर एस. पी. अहलूवालिया (1986) द्वारा निर्मित “बालक आत्मसंप्रत्यय मापनी” को प्रशासित कर आत्मसंप्रत्यय ज्ञात किया गया। व प्राप्तांको का विश्लेषण कर टी मूल्य ज्ञात किया तथा .01 व .05 स्तर पर दोनों क्षेत्र के विद्यार्थियों में अंतर की सार्थकता की जाँच की और पाया गया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के छात्र/छात्राओं के आत्मसंप्रत्यय में अंतर होता है।
How to cite this article:
दिलप्रीत कौर बेदी, डॉ दीपक पाण्डेय. शहरी एवं ग्रामीण उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं में आत्म संप्रत्यय का तुलनात्मक अध्ययन. Int J Appl Res 2016;2(9):824-826.