Vol. 3, Issue 1, Part L (2017)
राजनीतिक और पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के सà¥à¤µà¤°à¥‚प
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Author(s)
नीतॠगौरव
Abstract
वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में राजनीति का अपराधीकरण हो गया है तथा अपराध का राजनीतिकरण हो गया है। अब सवाल है कि जब राजनीति में ही अपराध का समावेश हो गया हो तो देश की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ कà¥à¤¯à¤¾ होगी। तमाम बड़े-बड़े अपराधी जातीय राजनीति के माधà¥à¤¯à¤® से सतà¥à¤¤à¤¾ में जा बैठे हैं, साथ ही ये लोग अपनी सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठआॅफिसरों को पाल कर रखते हैं। इस कारण शासन-पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ में à¤à¥€ à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° का समावेश हो गया है। अतà¤à¤µ कहा जा सकता है कि दोनों में निहित à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के निवारण से ही हम परिषà¥à¤•à¥ƒà¤¤ राज और समाज की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ कर सकते हैं।
How to cite this article:
नीतॠगौरव. राजनीतिक और पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के सà¥à¤µà¤°à¥‚प. Int J Appl Res 2017;3(1):892-895.