Vol. 3, Issue 10, Part E (2017)
मिथिला लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के विविध आयाम
मिथिला लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के विविध आयाम
Author(s)
पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ आलेख में मिथिला लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि का विवेचन किया गया है जिसमें मिथिला के इतिहास तथा इसकी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, विशेषकर लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के विविध आयामों जैसे- लोकधरà¥à¤®, लोक साहितà¥à¤¯, लोककला, मिथिला की पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¥€ लोककलाà¤à¤ आदि पर अब तक किठगठअधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¥‹à¤‚ को खंगालने की कोशिश की गई है निसंदेह मिथिला लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ नैसरà¥à¤—िकता अपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤® है जो आज à¤à¥€ अपनी पहचान तथा वजूद को बाजारवाद के पà¥à¤°à¤šà¤‚ड à¤à¤‚à¤à¤¾à¤µà¤¤à¥‹à¤‚ को à¤à¥‡à¤²à¤¤à¥‡ हà¥à¤ à¤à¥€ कायम है।
How to cite this article:
पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. मिथिला लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के विविध आयाम. Int J Appl Res 2017;3(10):359-361.