Vol. 3, Issue 5, Part I (2017)
à¤à¤¾à¤°à¤¤ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ंः सामà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤• अधिकार à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ धन में उलà¤à¥€ नारीे
à¤à¤¾à¤°à¤¤ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ंः सामà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤• अधिकार à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ धन में उलà¤à¥€ नारीे
Author(s)
डाॅ. अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ मिशà¥à¤°à¤¾
Abstractमधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में हमारा देश धन-धानà¥à¤¯ से परिपूरà¥à¤£ था। मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® आकà¥à¤°à¤®à¤£à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने इस देश पर अपार धन से ही आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होकर अनेक बार आकà¥à¤°à¤®à¤£ किये। यहाठकी आरà¥à¤¥à¤¿à¤• समृदà¥à¤§à¤¿ ही महमूद गजनवी को बार-बार आकà¥à¤°à¤®à¤£ करने के लिये पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देती रही। मोहमà¥à¤®à¤¦ बिन कासिम और महमूद गजनवी दोनों ने ही à¤à¤¾à¤°à¤¤ के अपार सोने तथा बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ रतà¥à¤¨à¥‹à¤‚ के à¤à¤‚डारों को लूटा जिसका वरà¥à¤£à¤¨ ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ लेखों में किया गया है। इनके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° महमूद गजनवी सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶ लौटते समय हिंदà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ की अपार संपदा को ऊंटों, घोड़ों à¤à¤µà¤‚ खचà¥à¤šà¤°à¥‹à¤‚ में लाद कर ले गया था परंतॠइतने विशाल पैमाने पर की गई लूटपाट के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ à¤à¥€ देश की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दशा सोचनीय नहीं हो सकी, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– साधनों को नषà¥à¤Ÿ करना विदेशी आकà¥à¤°à¤®à¤£à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठसंà¤à¤µ नहीं था। पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• आकà¥à¤°à¤®à¤£à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की लूट ने हमारे देश की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दशा पर विशेष पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ नहीं डाला। मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ आरà¥à¤¥à¤¿à¤• जीवन की जानकारी अबà¥à¤² फजल की रचना आईन-à¤-अकबरी। 1 समकालीन साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• रचनायें तथा विदेशी परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ के वरà¥à¤£à¤¨ से मिलती है।
अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ से हम इस निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· में आते हैं कि मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में नारियों की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ थी। मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में धातॠउदà¥à¤¯à¥‹à¤— का à¤à¥€ परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ विकास हà¥à¤† था। धातà¥à¤“ं से विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के औजार बनाये जाने थे। 2 उचà¥à¤š वरà¥à¤— के लोगों की संपनà¥à¤¨à¤¤à¤¾ अनेक उचà¥à¤š जीवन सà¥à¤¤à¤°, खान-पान, पोशाक आà¤à¥‚षण à¤à¤µà¤‚ रहन-सहन से सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ à¤à¤²à¤•à¤¤à¥€ है। आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से उचà¥à¤š वरà¥à¤— की नारियों की दशा अचà¥à¤›à¥€ थी। मधà¥à¤¯à¤® वरà¥à¤— की नारियों की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दशा साधारण थी। निमà¥à¤¨ वरà¥à¤— की नारियों की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ अचà¥à¤›à¥€ न थी, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जीवन यापन के लिठअनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। उचà¥à¤š वरà¥à¤— के लोग उनका शोषण करते थे।
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डाॅ. अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ मिशà¥à¤°à¤¾. à¤à¤¾à¤°à¤¤ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ंः सामà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤• अधिकार à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ धन में उलà¤à¥€ नारीे. Int J Appl Res 2017;3(5):606-610.