Vol. 3, Issue 5, Part J (2017)
सिकà¥à¤– गà¥à¤°à¥‚ओं के समय बीकानेर राजà¥à¤¯ में सिकà¥à¤– धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°
सिकà¥à¤– गà¥à¤°à¥‚ओं के समय बीकानेर राजà¥à¤¯ में सिकà¥à¤– धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°
Author(s)
डाॅ. पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª कà¥à¤®à¤¾à¤°
Abstract
वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ कारà¥à¤¯ à¤à¤• महतà¥à¤µà¥‚परà¥à¤£ कोशिश है जो राजपूतों और सिकà¥à¤–ों के समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¾à¤‚ पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देगी। सिकà¥à¤– इतिहास के गहन अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ से हमें यह पता चलता है कि à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ लहर के दो à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हà¥à¤ है, जिनका नाम धनà¥à¤¨à¤¾ जाट और पीपा राजपूत था जो राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से समà¥à¤¬à¤¿à¤¨à¥à¤§à¤¤ थे और उनका उनकी अपनी आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ के कारण बहà¥à¤¤ खà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ का à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है। उनकी रचनाओं को सिकà¥à¤– धरà¥à¤® की धारà¥à¤®à¤¿à¤• रचनाओं में à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है।
How to cite this article:
डाॅ. पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª कà¥à¤®à¤¾à¤°. सिकà¥à¤– गà¥à¤°à¥‚ओं के समय बीकानेर राजà¥à¤¯ में सिकà¥à¤– धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°. Int J Appl Res 2017;3(5):694-698.