Vol. 3, Issue 8, Part K (2017)
पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में रसायन शासà¥à¤¤à¥à¤° का तथà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£
पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में रसायन शासà¥à¤¤à¥à¤° का तथà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£
Author(s)
Dr. Dhananjay Kumar
Abstract
इस अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास में पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ रसायन शासà¥à¤¤à¥à¤° का तथà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ किया गया है जिसके अंतरà¥à¤—त पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में रसायनों के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— तथा उससे संबंधित विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ धारणाओं को आधार बनाया गया है। इसके अतिरिकà¥à¤¤ रसायन शासà¥à¤¤à¥à¤° की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– यà¥à¤—ांतरी घटना का परिणाम सà¥à¤µà¤°à¥‚प निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ पारे के संबंध में à¤à¥€ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ किया गया है अतः अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ इस बात की समीकà¥à¤·à¤¾ करता है कि पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ रसायन शासà¥à¤¤à¥à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤—ैतिहासिक काल से ही असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ में रहा है जिसमें समय.समय पर पà¥à¤°à¤—ति होती रही है। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• रसायन विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ इसका सबसे नवीन सà¥à¤µà¤°à¥‚प है।
How to cite this article:
Dr. Dhananjay Kumar. पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में रसायन शासà¥à¤¤à¥à¤° का तथà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£. Int J Appl Res 2017;3(8):831-834.