Vol. 3, Issue 8, Part L (2017)
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में नारी की à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में नारी की à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि
Author(s)
Dr. Mandira Gupta
Abstract
यह अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में नारी के वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डालता है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के इतिहास में सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की दशा उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ पतन तीन पà¥à¤°à¤®à¥à¤– असà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से गà¥à¤œà¤°à¥€ है. आज लगà¤à¤— सà¤à¥€ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ अपनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ कर रही है और इस धारणा का खंडन करने में सफल हà¥à¤ˆ है कि सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ या पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ में कà¥à¤› किसी से कम नहीं है वे अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¿à¤•à¤¾ और चिकितà¥à¤¸à¤• के परंपरागत वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ से उबर कर अब वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•, वकील, जज, इंजीनियर, पायलट, आईà¤à¤¸ बन रही हैं बलà¥à¤•à¤¿ उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता परीकà¥à¤·à¤¾ में पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ से आगे à¤à¥€ निकल रही है. वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° में, वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ में, राजनीति में, पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ में, सà¥à¤µà¥ˆà¤šà¥à¤›à¤¿à¤• समाज सेवा में सà¤à¥€ जगह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर रही है
How to cite this article:
Dr. Mandira Gupta. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में नारी की à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि. Int J Appl Res 2017;3(8):988-992.