Vol. 3, Issue 8, Part L (2017)
निरसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ विशà¥à¤µ शांति का गांधीय दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£
निरसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ विशà¥à¤µ शांति का गांधीय दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£
Author(s)
अनिल कà¥à¤®à¤¾à¤°
Abstract
गांधी के लिठअसà¥à¤¤à¥à¤° की बजाठआतà¥à¤®à¤¬à¤² अधिक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ व उपयोगी था। हथियारों की अंधी दौड़ जो à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ के समय à¤à¥€ चालू थी, गांधी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अनावशà¥à¤¯à¤• थी उसी अनà¥à¤°à¥‚प उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡à¤‚ नवसà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ को इस दौड़ से बचने की सलाह दी। à¤à¤¾à¤°à¤¤ को समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤µ के शांति दूत के रूप में देखने की गांधी की इचà¥à¤›à¤¾ थी। उनके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• शकà¥à¤¤à¤¿ आतà¥à¤® बलिदान से आà¤à¤—ी ना कि शारीरिक बल से। निरसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ के पीछे मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤à¤ƒ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤‚ की शोषण करने की पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¤¿ थी। गांधी ने सेना से यà¥à¤¦à¥à¤§ के कारà¥à¤¯ से à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रचनातà¥à¤®à¤• कारà¥à¤¯ कराने का सà¥à¤à¤¾à¤µ दिया। औपनिवेशिक समà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦à¥€ व शोषणकारी पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¤¿ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• अशांति का मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण थी, और सचà¥à¤šà¥€ शांति अहिंसा के मारà¥à¤— पर चल कर ही पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो सकती थी।
How to cite this article:
अनिल कà¥à¤®à¤¾à¤°. निरसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ विशà¥à¤µ शांति का गांधीय दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£. Int J Appl Res 2017;3(8):941-944.