Vol. 4, Issue 11, Part D (2018)
‘असगर’ वजाहत की कहानियों में नारी असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ की तलाश
‘असगर’ वजाहत की कहानियों में नारी असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ की तलाश
Author(s)
माला कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
हिनà¥à¤¦à¥€ कहानी साहितà¥à¤¯ में लगà¤à¤— सà¤à¥€ कहानीकारों ने सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ को अपनी कहानी में रखने का काम किया है। वजाहत साहब अपनी कहानियों में सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की समसà¥à¤¯à¤¾, पीड़ा, बेबसी, जà¥à¤°à¥à¤® आदि, को वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ के माधà¥à¤¯à¤® से रखने का सारà¥à¤¥à¤• पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमारे समाज की पà¥à¤°à¥à¤· वरà¥à¤šà¤¸à¥à¤µà¤µà¤¾à¤¦à¥€ मानसिकता के सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ दोहरे मानदंडों को रेखांकित किया है। उसने अनà¥à¤¯ कहानीकारों की तरह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€-विमरà¥à¤· संबंधित बहà¥à¤¤ कहानियाठनहीं लिखि है। पर जो कहानियाठलिखी हैं, वह विमरà¥à¤· के लिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हैं।
How to cite this article:
माला कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. ‘असगर’ वजाहत की कहानियों में नारी असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ की तलाश. Int J Appl Res 2018;4(11):252-254.