Vol. 4, Issue 11, Part D (2018)
राजनीतिक-आर्थिक सशक्तीकरण में पंचायती राज संस्थाओं में महिला नेतृत्व विकास की भूमिका
राजनीतिक-आर्थिक सशक्तीकरण में पंचायती राज संस्थाओं में महिला नेतृत्व विकास की भूमिका
Author(s)
अनामिका कुमारी
Abstractदेश के विभिन्न भागों में पंचायती राज संस्थाओं पर हुए अध्ययन एवं प्रतिवेदन महिलाओं के प्रदर्शन एवं अनुभव को प्रदर्शित करते हैं। इससे न केवल इनकी पहचान, मान्यता, विश्वास, प्रदर्शन एवं प्रभावी सहभागिता प्रदर्शित होती है बल्कि पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका महिलाओं के राजनीतिक सशक्तीकरण के वाहक के रूप में उभरी है। अब तक की प्रगति यह प्रदर्शित करती है कि ग्रामीण भारत में महिलाओं में चेतना, जागरूकता, ज्ञान, विश्वास, आकांक्षाएँ, स्व-बोध, सहभागिता, पंचायत एवं बाहरी नेतृत्व, पंचायतों एवं स्वयं पर पड़ने वाले प्रभावों के मामलों में पंचायती राज ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
राजनीतिक प्रक्रिया और राजनीतिक संस्थाओं में महिला की भागीदारी से शासन की गुणवत्ता में भी सुधार आया है। इनकी भागीदारी नागरिक समाज के उन्नयन, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन, पर्यावरण की सुरक्षा, आर्थिक तथा जीविका से जुड़े मुद्दों में ज्यादा है क्योंकि इनका प्रत्यक्ष सम्बन्ध महिलाओं से है और ये महिला सशक्तीकरण के सशक्त माध्यम हैं।
How to cite this article:
अनामिका कुमारी. राजनीतिक-आर्थिक सशक्तीकरण में पंचायती राज संस्थाओं में महिला नेतृत्व विकास की भूमिका. Int J Appl Res 2018;4(11):247-251.