Vol. 4, Issue 6, Part B (2018)
पोषण à¤à¤µà¤‚ मानव सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥ का सह-समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
पोषण à¤à¤µà¤‚ मानव सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥ का सह-समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s)
डाॅ. मंजू कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ सिनà¥à¤¹à¤¾
Abstract
सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤—ति का दà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤• होता है। पोषण और मानव सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥ का à¤à¤• दूसरे से घनिषà¥à¤ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ है, और मानव को अचà¥à¤›à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ रखने के लिये उचित पोषण परमावशà¥à¤¯à¤• है। अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ जीवन का मूल मनà¥à¤¤à¥à¤° है। ‘‘शरीर की वह सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ दशा जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शरीर à¤à¤µà¤‚ मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• समसà¥à¤¤ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• और सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥ रà¥à¤ª से समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ कर सके।’’ ‘‘सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ रोग या निरà¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ का मातà¥à¤° अà¤à¤¾à¤µ नहीं वरनॠशारीरिक, मानसिक à¤à¤µà¤‚ सामाजिक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ में पूरà¥à¤£ आसà¥à¤¥à¤¾ है।’’ ‘‘सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ शरीर, मन अथवा आतà¥à¤®à¤¾ में सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ निरोगता की अवसà¥à¤¥à¤¾ है। विशेषतः शारीरिक रोग à¤à¤µà¤‚ पीड़ा के अà¤à¤¾à¤µ की अवसà¥à¤¥à¤¾à¥¤’’
How to cite this article:
डाॅ. मंजू कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ सिनà¥à¤¹à¤¾. पोषण à¤à¤µà¤‚ मानव सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥ का सह-समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Appl Res 2018;4(6):146-147.