Vol. 4, Issue 6, Part E (2018)
à¤à¤¾à¤·à¤¾ शिकà¥à¤·à¤£ का सोशल मीडिया पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
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Author(s)
नेहा कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
जीवन और à¤à¤¾à¤·à¤¾ का अटूट रिशà¥à¤¤à¤¾ है। जीवन के बहà¥à¤†à¤¯à¤¾à¤®à¥€ à¤à¤•à¤°à¥‚प की अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हेतॠà¤à¤¾à¤·à¤¾ का उपयोग होता है। जिससे à¤à¤¾à¤·à¤¾ के सà¥à¤µà¤°à¥‚प में à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ आती है। जीवन की समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨-à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ होती है और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• माधà¥à¤¯à¤® का वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤°à¤£ अलग-अलग होता है, उसकी अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤µà¤¸à¥à¤¤à¥ à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ होती है। इसी से à¤à¤¾à¤·à¤¾ में à¤à¥€ सà¥à¤¤à¤°-à¤à¥‡à¤¦ à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤°à¥‚प-à¤à¥‡à¤¦ दिखाई पड़ता है। सोशल मीडिया अपनी यà¥à¤µà¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में है। यà¥à¤µà¤¾ होने का अरà¥à¤¥ है उसने अपनी सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर ली है। सोशल मीडिया à¤à¤• अपरंपरागत मीडिया है जो कि à¤à¤• वरà¥à¤šà¥à¤…ल वलà¥à¤°à¥à¤¡ बनाता है, जिसे इंटरनेट के माधà¥à¤¯à¤® से पहà¥à¤à¤š बना सकते हैं।
How to cite this article:
नेहा कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. à¤à¤¾à¤·à¤¾ शिकà¥à¤·à¤£ का सोशल मीडिया पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ. Int J Appl Res 2018;4(6):380-382.