Vol. 5, Issue 1, Part A (2019)
पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ में विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ सती अखà¥à¤¯à¤¾à¤¨ का मिथिला से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§
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Author(s)
पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾
Abstract
वेदों को à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का मूल उदà¥à¤—म सà¥à¤¥à¤² माना गया है। अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ धरà¥à¤®à¥‹ के समान ही शाकà¥à¤¤ धरà¥à¤® का मूलगम उदà¥à¤—म सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ वेद ही रहे है। पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• काल में सà¤à¥€ धरà¥à¤® पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ आसà¥à¤¥à¤¾à¤µà¤¾à¤¨ रहे हैं। नदियों, वृकà¥à¤·à¥‹à¤‚ और परà¥à¤µà¤¤à¥‹à¤‚ की पूजा जो वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ काल में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ हैं, वह पà¥à¤°à¤¾à¤—à¥à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• काल में à¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ थी। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤®à¥‚लक यह पूजा, मृदà¥à¤¤à¤¾ या अनà¥à¤¯ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पर आधारित नहीं थी अपितॠसौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨ की à¤à¤¾à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤à¥‚ति की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• थी। जो आगे चलकर शकà¥à¤¤à¤¿ पूजा में परिणित हà¥à¤ˆà¥¤
How to cite this article:
पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾. पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ में विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ सती अखà¥à¤¯à¤¾à¤¨ का मिथिला से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§. Int J Appl Res 2019;5(1):51-53.