Vol. 5, Issue 1, Part C (2019)
बिहार से कृषि श्रमिकों का पलायन-समस्याएँ एवं समाधन
बिहार से कृषि श्रमिकों का पलायन-समस्याएँ एवं समाधन
Author(s)
डाॅ॰ राम प्रकाश
Abstractबिहार की अर्थव्यवस्था का कृषि रीढ़ है। कृषि के विकास पर ही बिहार राज्य का विकास निर्भर करता है। फिर भी दुख की बात यह है कि बिहार के कृषि श्रमिकों का पलायन की गति तेजी से बढ़ रहा है। इसके कई कारण हैं जैसे-अत्यधिक जनसंख्या,उचित पारिश्रमिक का नहीं मिलना, गरीबी, असंगठित क्षेत्र इत्यादि। पालयन के कारण कृषि का विकास समुचित ढ़ंग से नहीं हो पाता है जो अंतोगत्वा विकास नहीं होने देता है। भारत सरकार एवं बिहार सरकार ने विभिन्न योजनाओं को लागू कर श्रमिकांे के पालयन को रोकने का प्रयास की है। फिर भी इसमें संतोषजनक सफलता नहीं मिल पाई है। उत्तरी बिहार से तो अत्यधिक कृषि श्रमिकों का अत्यधिक पलायन हो रहा है कारण कि इस क्षेत्र में लगभग प्रत्येक वर्ष बाढ़ आती है।
अतः कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बिहार से कृषि श्रमिकों का पलायन अत्यधिक हो रहा है। इसे रोकने के लिए सरकार और जनता दोनों को एक साथ सहयोग करने पर ही कृषि श्रमिकों का पलायन रूक सकता है। जब ये दोनों एक दूसरे को सहयोग नहीं करेंगें तब तक बिहार से कृषि श्रमिकों का पलायन नहीं रूकेगा। वैकल्पिक रोजगार की भी व्यवस्था करनी होगी ताकि कृषि श्रमिक खाली समय में दूसरे रोजगार में लगे रहेंगे। इससे राज्य को दोहरी लाभ भी होगा।
How to cite this article:
डाॅ॰ राम प्रकाश. बिहार से कृषि श्रमिकों का पलायन-समस्याएँ एवं समाधन. Int J Appl Res 2019;5(1):188-190.