Vol. 5, Issue 12, Part D (2019)
शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¤ƒ अवधारणातà¥à¤®à¤• पहलà¥
शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¤ƒ अवधारणातà¥à¤®à¤• पहलà¥
Author(s)
DK Pandey and Sohan Singh
Abstract
शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ शबà¥à¤¦ मूल चारà¥à¤Ÿà¤° में कहीं पà¥à¤°à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ नहीं हà¥à¤† है, यह संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° का सृजनातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— है इसे चारà¥à¤Ÿà¤° के अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ 06 और 07 के मधà¥à¤¯ को कहा जा सकता है। शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ का विचार संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के दूसरे महासचिव डाग हैमरशोलà¥à¤¡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ निरोधक राजनय के सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ पर आधारित है, जिसका तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ यà¥à¤¦à¥à¤§à¥‹à¤‚ के परिसीमन और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤•à¤°à¤£ से है। हैमरशोलà¥à¤¡ का मानना था कि शीत यà¥à¤¦à¥à¤§ के वातावरण में यह आवशà¥à¤¯à¤• था कि संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के असंलगà¥à¤¨ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से यà¥à¤¦à¥à¤§à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤à¤¿à¤• अवसà¥à¤¥à¤¾ में रोकथाम की जाये, विशेषकर उनका सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤•à¤°à¤£ किया जाà¤, ताकि वे शीतयà¥à¤¦à¥à¤§à¥€à¤¯ आयाम न गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर सकें। यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ के ततà¥à¤µ यथा यà¥à¤¦à¥à¤§ विराम, विराम संधि, परà¥à¤¯à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤• आयोग आदि पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ साधन है, परनà¥à¤¤à¥ शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ का विचार नवीन है। इस संदरà¥à¤ में शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ शबà¥à¤¦ का सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° महासà¤à¤¾ के पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ 1000 दिनांक 05 नवमà¥à¤¬à¤°, 1956 में किया गया, जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¥‡à¤œ संकट के मामले में सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ सेना का गठन किया गया।
How to cite this article:
DK Pandey, Sohan Singh. शानà¥à¤¤à¤¿ रकà¥à¤·à¤¾ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¤ƒ अवधारणातà¥à¤®à¤• पहलà¥. Int J Appl Res 2019;5(12):229-232.