Vol. 5, Issue 3, Part D (2019)
धर्मवीर भारती की कहानियों में नारी पात्रों का सामाजिक यथार्थ
धर्मवीर भारती की कहानियों में नारी पात्रों का सामाजिक यथार्थ
Author(s)
भारती कुमारी
Abstract
यह शोध लेख डॉ. धर्मवीर भारती के कहानी संग्रह "साँस की कलम से" में प्रस्तुत नारी पात्रों के बहुआयामी चित्रण का विश्लेषण करता है। भारती जी की कहानियाँ नारी जीवन के विविध पक्षों को उजागर करती हैं—संवेदनशीलता, आत्म-समर्पण, बुद्धिमत्ता, स्वाभिमान, मातृत्व, पीड़ा, संघर्ष और सामाजिक विसंगतियों से जूझती नारी का जीवंत चित्र इनमें उभरता है। लेख में दिखाया गया है कि किस प्रकार भारती जी ने नारी को केवल संवेदना का पात्र न मानकर, एक सशक्त, आत्मचेतस और यथार्थ से जुड़ा हुआ मानवीय रूप प्रदान किया है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि उनकी कहानियाँ सामाजिक यथार्थ, स्त्री अस्मिता और मानवीय मूल्यों की खोज का माध्यम हैं। शोध यह भी रेखांकित करता है कि भारती जी की स्त्री पात्र आधुनिक होते हुए भी अपनी परंपरा, भावनाओं और आत्मबल के साथ जुड़ी रहती हैं, जो उन्हें साहित्यिक रूप से कालजयी बनाते हैं।
How to cite this article:
भारती कुमारी. धर्मवीर भारती की कहानियों में नारी पात्रों का सामाजिक यथार्थ. Int J Appl Res 2019;5(3):413-415.