Vol. 5, Issue 4, Part H (2019)
साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤• रूप मे यातà¥à¤°à¥€à¤• समाजवादी चितà¥à¤°à¤£
साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤• रूप मे यातà¥à¤°à¥€à¤• समाजवादी चितà¥à¤°à¤£
Author(s)
पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª कà¥à¤®à¤¾à¤°
Abstract
यातà¥à¤°à¥€à¤œà¥€à¤• जातिगत पहिचानक अलावा à¤à¤•à¤Ÿà¤¾ आरोप ईहो रहल अछि जे मैथिली मे बहà¥à¤¤ रास आकà¥à¤°à¥‹à¤ªà¥‚रà¥à¤£ बात कें सटीक रूपें अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करबाक कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ नहि छै। कठोर बातक ओतबे कठोर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ, à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤• मारक कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾, वैचारिक-दारà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤• उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤¨à¤¾ आ गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ कें बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ आ बहà¥à¤†à¤¯à¤¾à¤®à¥€ बनयबाक कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ तेहन सहज नहि छै। ई बात हाल-हाल धरि सतà¥à¤¯à¥‡ जकाठलगै छल। ओना यातà¥à¤°à¥€, ललित, राजकमल, धूमकेतà¥, राज मोहन à¤à¤¾, कà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤‚द मिशà¥à¤°, अगà¥à¤¨à¤¿à¤ªà¥à¤·à¥à¤ª सन किछॠरचनाकार बहà¥à¤¤ हद धरि ओहि धारणा कें पहिनहि सठतोड़बाक महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ कयलनि अछि। ‘शिखा’, ‘सनà¥à¤¨à¤¿à¤ªà¤¾à¤¤’ सठ‘आरंऒ, ‘अंतिका’ धरि ओहि दिशा मे पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¤°à¤¤ किछॠपतà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹ रहल अछि। मà¥à¤¦à¤¾ à¤à¤¹à¤¿ धारणा के ‘मोड़ पर’ बेसी पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ ढंगें अछि। ई उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ मैथिली मे à¤à¤• टा तठमैथिली साहितà¥à¤¯à¤• पूरा परिदृशà¥à¤¯ के बदलल जा सकैछ। मà¥à¤¦à¤¾ à¤à¤¹à¤¿ उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ कें परखैक मानसिकता उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨à¤• चारि वरà¥à¤· ऒ गेलाक बादो नहि बनि सकल अछि। विडंबनाक बात जे मैथिली साहितà¥à¤¯à¤• सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• लोक à¤à¤–न धरि à¤à¤•à¤°à¤¾ पà¥à¤¬à¥‹ नहि कयलनि। जे सठपà¥à¤²à¤¨à¤¿ ओ पचा नहि सकलाह। ई बात पहिनहि साफ क’ दी जे दकà¥à¤·à¤¿à¤£-पंकà¥à¤·à¥€-मनà¥à¤µà¤¾à¤¦à¥€ लोकनि के धूमकेतà¥à¤• साहितà¥à¤¯ नहि कहियो अरघलनि, ने अरघतनि। तें ओहन लोक सठ‘मोड़ पर’ क महतà¥à¤¤à¥à¤µ बà¥à¤à¤µà¤¾à¤• अपेकà¥à¤·à¥‡ राखब बेकार हैत।
How to cite this article:
पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª कà¥à¤®à¤¾à¤°. साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤• रूप मे यातà¥à¤°à¥€à¤• समाजवादी चितà¥à¤°à¤£. Int J Appl Res 2019;5(4):525-527.