Vol. 6, Issue 1, Part D (2020)
चीन की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दशा और कमà¥à¤¯à¥‚निसà¥à¤Ÿ राजà¥à¤¯ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾
चीन की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दशा और कमà¥à¤¯à¥‚निसà¥à¤Ÿ राजà¥à¤¯ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾
Author(s)
संजय साह
Abstract
चीन का à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ का सबसे समृदà¥à¤§à¤¶à¤¾à¤²à¥€ देश होना ही उसके रासà¥à¤¤à¥‡ का रोड़ा बन गया। काफी पशà¥à¤¿à¤šà¤¿à¤®à¥€ देशों को उससे ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ थी और वे किसी à¤à¥€ कीमत पर चीन को हाशिठपर देखना चाहते थे। समय बीतते ही चीन की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दशा खराब होने लगी और विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ देशों के हमलों ने à¤à¥€ उसकी कमर तोड़ना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया। इस शृंखला में जापान का नाम अगà¥à¤°à¤£à¥€ था। आठदिन जापानियों के हमलों से तà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ जनता सरकार से à¤à¤• वाजिव सहयोग की अपेकà¥à¤·à¤¾ कर रही थी किंतॠचà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग काई शेक की सरकार पूंजीपतियों की सरकार थी जो किसानों और आम जनता के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उदासीन थी फलतः धीरे-धीरे कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ के साथ किसानों का मेल बà¥à¤¾ और कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ राजà¥à¤¯ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ के आसार दिखाई देने लगे।
How to cite this article:
संजय साह. चीन की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दशा और कमà¥à¤¯à¥‚निसà¥à¤Ÿ राजà¥à¤¯ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾. Int J Appl Res 2020;6(1):281-282.