Vol. 6, Issue 1, Part D (2020)
आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ का महिलाओं के जीवन पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ का महिलाओं के जीवन पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
Author(s)
ममता कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ सिनà¥à¤¹à¤¾
Abstract
विकास के कà¥à¤°à¤® में निःसंदेह महिलाओं के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में महिलाओं की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से संबंधी समिति का मानना है कि समाज के विकास में महिलाओं की à¤à¤¾à¤—ीदारी तय करते समय वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ समानताठपरिवार में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤ सामà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤—ीदारी और वैशà¥à¤µà¤¿à¤• समाज में महिला और पà¥à¤°à¥‚ष दोनों को समान रूप से देखे जाने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ हैं। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में विशà¥à¤µ का à¤à¤¸à¤¾ कोई समाज नहीं है जिसके निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ उसे आधà¥à¤¨à¤¿à¤• बनाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ न कर रहे हों। मनोविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ समाजिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ की अवधारणा पिछले कà¥à¤› दशकों से काफी लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ हो गई। आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ की अवधारणा नवीन नहीं है बलà¥à¤•à¤¿ यह तो सामाजिक परिवरà¥à¤¤à¤¨ की पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤“ं के लिठनवीन शबà¥à¤¦ हैठजहाठकम विकसित देश उन विशेषताओं को अपनाते हैंठजो कि अचà¥à¤›à¥‡ विकसित देशों के लिठसामानà¥à¤¯ है।
How to cite this article:
ममता कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ सिनà¥à¤¹à¤¾. आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ का महिलाओं के जीवन पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ. Int J Appl Res 2020;6(1):331-335.