Vol. 6, Issue 10, Part H (2020)
मथुरा जिले के उद्योगों के विकास में परिवहन साधनों का योगदान
मथुरा जिले के उद्योगों के विकास में परिवहन साधनों का योगदान
Author(s)
विशाल चौधरी
Abstract
औद्योगीकरण तथा औद्योगिक विकास को अधिकांश तथा आर्थिक विकास का सूचक तथा इंजन माना जाता है। उद्योगों का स्थायीकरण कई प्रकार के औद्योगिक कारकों पर निर्भर करता है। इसमें कच्चे माल की उपलब्धता, शक्ति परिवहन के साधन सस्ता व कुशल श्रमिक व सरकार की नीति में से परिवहन के साधन का उद्योगों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहता है। स्वतंत्रता से पहले भारतीय उद्योग पिछड़ी अवस्था में थे। अंगे्रज शासकों ने केवल उन्हीं उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जो हित में थे। 1947 में स्वतंत्रता के साथ ही देश का विभाजन हो गया। इससे अर्थव्यवस्था की नींव कमजोर पड़ गई और इससे उद्योगों के विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। 1948 में औद्योगिक नीति लाई गई, जिसमें औद्योगिक विकास की दशा निर्धारित की गई जिसमें कहा गया कि उद्योगों के विकास के लिये परिवहन साधनों का विकास किया जाये।
How to cite this article:
विशाल चौधरी. मथुरा जिले के उद्योगों के विकास में परिवहन साधनों का योगदान. Int J Appl Res 2020;6(10):464-468.