Vol. 6, Issue 11, Part E (2020)
पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ के नाटकों में सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€-विमरà¥à¤¶ का उà¤à¤°à¤¤à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥‚प
पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ के नाटकों में सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€-विमरà¥à¤¶ का उà¤à¤°à¤¤à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥‚प
Author(s)
अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
धà¥à¤°à¥à¤µà¤¸à¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¨à¥€’ नाटक में सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€-असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ का उà¤à¤°à¤¤à¤¾ हà¥à¤† सà¥à¤µà¤°à¥‚प बहà¥à¤¤ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से दिखाई पड़ता है। धà¥à¤°à¥à¤µà¤¸à¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¨à¥€ à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ है जो तथाकथित सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€-सà¥à¤²à¤ आवरण को उठा फेंकती है और संà¤à¤¾à¤·à¤£ के आरमà¥à¤ से ही उसके à¤à¥€à¤¤à¤° ओज और आधà¥à¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤šà¤¿à¤¤ वेग दिखाई देता है। चाहे पति रामगà¥à¤ªà¥à¤¤ हो, चाहे शिखर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हो या राजदरबार का अनà¥à¤¯ कोई सदसà¥à¤¯à¥¤ सà¤à¥€ के साथ वह तरà¥à¤•à¤ªà¥‚रà¥à¤£ ढंग से निरà¥à¤à¥€à¤•à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• संवाद कर सबको निरूतà¥à¤¤à¤° करती है। रामगà¥à¤ªà¥à¤¤ से पà¥à¤°à¤¥à¤® बार मिलते समय ही वह कहती है- ‘इस पà¥à¤°à¤¥à¤® संà¤à¤¾à¤·à¤£ के लिठमैं कृतजà¥à¤ž हà¥à¤ˆ महाराज! किनà¥à¤¤à¥ मैं à¤à¥€ यह जानना चाहती हूठकि गà¥à¤ªà¥à¤¤ सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ से ही बà¥à¤¾ है?’ इसके बाद शिखर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ से वह कहती है- ‘यह तो हà¥à¤ˆ राजा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, अब सà¥à¤¨à¥‚ठमंतà¥à¤°à¥€ महोदय कà¥à¤¯à¤¾ कहते हैं।” इतना ही नहीं पà¥à¤°à¥à¤·à¤¸à¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤¶à¥€à¤² समाज को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देते हà¥à¤ और उà¤à¤°à¤¤à¥‡ हà¥à¤ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ का à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ करते हà¥à¤ वह कहती है- ‘कà¥à¤› नहीं, मैं केवल यही कहना चाहती हूठकि पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ ने सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अपनी पशà¥-समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ समठकर उन पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° करने का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ बना लिया है, वह मेरे साथ नहीं चल सकता। यदि तà¥à¤® मेरी रकà¥à¤·à¤¾ नहीं कर सकते, अपने कà¥à¤² की मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾, नारी का गौरव नहीं बचा सकते, तो मà¥à¤à¥‡ बेच à¤à¥€ नहीं सकते हो। हाà¤, तà¥à¤® लोगों को आपतà¥à¤¤à¤¿ से बचाने के लिठमैं सà¥à¤µà¤¯à¤‚ से चली जाऊà¤à¤—ी।’
How to cite this article:
अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ के नाटकों में सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€-विमरà¥à¤¶ का उà¤à¤°à¤¤à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¥‚प. Int J Appl Res 2020;6(11):286-287.