Vol. 8, Issue 10, Part E (2022)
शिकà¥à¤·à¤¾ और सामाजिक सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£
शिकà¥à¤·à¤¾ और सामाजिक सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£
Author(s)
Dr. M Hassan
Abstractसमाजिक विकास, समान शिकà¥à¤·à¤¾ समान रूप से समाज के सà¤à¥€ वरà¥à¤—ों के लिठà¤à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¾à¤¨ अवसर à¤à¤µà¤‚ आरà¥à¤¥à¤¿à¤•, सामाजिक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ से ही संà¤à¤µ है। आज हमारे समाज में बहà¥à¤¤ सारे सà¥à¤§à¤¾à¤° किठगये है और सकार à¤à¥€ समय-समय पर सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• कानून ला कर रिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ शिकà¥à¤·à¤¾ के महतà¥à¤¤à¥à¤µ को समाज के सà¤à¥€ वरà¥à¤—ों के बीच बता रही है। शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤• सामाजिक पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है, जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समाज के लोगो का विकास होता है। देश में पà¥à¤°à¤šà¥€à¤¨ काल से समाज में वैदिक बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥€à¤¯ à¤à¤µà¤‚ बौदà¥à¤§ शिकà¥à¤·à¤¾ दी जाती रही जिस पर धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ था लेकिन आज विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ तकनीकी जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ समाज पर हो जाने से हमारे देश के सामाजिक सà¥à¤¤à¤° पर परिवरà¥à¤¤à¤¨ हà¥à¤† है। इसके फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प शिकà¥à¤·à¤¾ का सारा पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ तकनीकी शासà¥à¤¤à¥à¤° का शिकà¥à¤·à¤¾ का केनà¥à¤¦à¥à¤° बनाने में लगा दिया गया है। धरà¥à¤® निरपेकà¥à¤·à¤¤à¤¾ से शिकà¥à¤·à¤¾ दी जाने लगी है, जिससे शिकà¥à¤·à¤¾ का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ जो आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास से होते हà¥à¤ उचà¥à¤šà¤¸à¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ जीवन शैली के साथ आरà¥à¤¦à¤¶ à¤à¤µà¤‚ मूलà¥à¤¯ à¤à¥€ समाजिक सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ के कारण गठहो है। सामाजिक सà¥à¤¦à¥ƒà¤¢à¤¼à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ सामाजिक à¤à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ के लिठशिकà¥à¤·à¤¾ ही अम à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥€ है। इस आलेख के माधà¥à¤¯à¤® से मैं यह विशलेषण करना चाहता है कि शिकà¥à¤·à¤¾ किस तरह से समाज के पà¥à¤°à¥à¤¨à¤¸à¤‚गठीत करने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¤‚ साधन बन गई है। à¤à¤µà¤‚ इसमे सरकार à¤à¤µà¤‚ समाज के शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ वरà¥à¤— की कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¥‚मिका है।
How to cite this article:
Dr. M Hassan. शिकà¥à¤·à¤¾ और सामाजिक सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£. Int J Appl Res 2022;8(10):366-369.