Vol. 8, Issue 12, Part B (2022)
सीमापार प्रायोजित आतंकवाद के प्रतिरक्षा में भारतीय नीति
सीमापार प्रायोजित आतंकवाद के प्रतिरक्षा में भारतीय नीति
Author(s)
डाॅ. हेमलता
Abstract
आतंकवाद वर्तमान में एक वैश्विक एवं विकराल समस्या का रूप धारण कर चुका है। इसने विश्व के लगभग सभी देशों में राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक क्षेत्रों को बड़े स्तर पर प्रभावित किया है। आतंकवाद, विश्वबन्धुत्व, सामाजिक न्याय, मानवतावाद आदि विचारधार को खारिज करता है। या यूँ कहे कि मानवीय मूल्यों की धज्जियाँ उड़ाता है। आतंकवाद मानव जाति में भय, तनाव, हिंसा, अस्थिरता का वातावरण पैदा करने की कोशिश करता है। आतंकवादी कार्य मानव जाति एवं सभ्यता के लिए अभिशाप है।
How to cite this article:
डाॅ. हेमलता. सीमापार प्रायोजित आतंकवाद के प्रतिरक्षा में भारतीय नीति. Int J Appl Res 2022;8(12):146-148.