Vol. 8, Issue 2, Part B (2022)
शà¥à¤°à¤® कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की अवधारणा
शà¥à¤°à¤® कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की अवधारणा
Author(s)
डॉ. सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° राय
Abstract
आधà¥à¤¨à¤¿à¤• संदरà¥à¤ में ‘शà¥à¤°à¤® कलà¥à¤¯à¤¾à¤£’ शबà¥à¤¦ का अरà¥à¤¥ कामगारों के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ विशेष कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ से है। यह माना गया है कि शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• à¤à¥€ नागरिक हैं, उनके कारà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, उनकी शिकà¥à¤·à¤¾ तथा मजदूरी का सà¥à¤¤à¤°, रोजगार पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करनेवाले संगठन में उनकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ तथा मजदूरों की माà¤à¤— आदि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में लाता है कि उनपर विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है। आजकल शà¥à¤°à¤® कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤, गहन तथा विवादासà¥à¤ªà¤¦ विषय हो गया है। यह शबà¥à¤¦ à¤à¤• विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ करता है ‘कलà¥à¤¯à¤¾à¤£’ शबà¥à¤¦ अनेकानेक विचारों, अरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ तथा लकà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करता है यथा, मंगलकामना, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾, उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ तथा मानव संसाधन का विकास। कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ शबà¥à¤¦ की अवधारणा अनेकानेक दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£à¥‹à¤‚ से निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ की गयी है। उनका अरà¥à¤¥ शारीरिक, मानसिक, नैतिक तथा à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ के आधार पर लगाया जाता है। इन चारों ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ के à¤à¤•à¤¤à¥à¤° होने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को ही कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ कहा जाता है तथा कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की पूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ पर निरà¥à¤à¤° है।
How to cite this article:
डॉ. सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° राय. शà¥à¤°à¤® कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की अवधारणा. Int J Appl Res 2022;8(2):127-129.