Vol. 8, Issue 7, Part D (2022)
प्लेटो का सद्गुण सम्बन्धी विचार
प्लेटो का सद्गुण सम्बन्धी विचार
Author(s)
डाॅ. राम कुमार सिंह
Abstract
सद्गुण जीवमात्र की सद् प्रवृत्ति है जिसके कारण वह विशिष्ट बनता है, अंगे्रजी में इसके लिए टपतजनम शब्द है जो लैटिन भाषा के वर्चुअस शब्द से बना है। मनुष्य की नैतिक उत्तमता को सद्गुण कहते हैं। सद्गुण उत्तमता की एक प्रकृति है। व्यक्तिगत गुण व्यक्ति को महान बनाने वाले लक्षण हैं। इसलिए उसे उत्तमता से परिभाषित किया जाता है। पाश्चात्य दर्शन में सद्गुण पर विचार किया गया। सुकरात ने अपने नैतिक दर्शन में व्यक्ति के सदाचार पर बल दिया। उनके अनुसार जीवन का उद्देश्य ‘आत्मानं विधि’ ;ादवू ज्ीलेमसद्धि है। सुकरात ने ज्ञान को सद्गुण माना। उनके शिष्य प्लेटो ने अनेक सद्गुणों की चर्चा की है जिसमें से विवेक, साहस, संयम और न्याय प्रमुख है।
How to cite this article:
डाॅ. राम कुमार सिंह. प्लेटो का सद्गुण सम्बन्धी विचार. Int J Appl Res 2022;8(7):281-283.