Vol. 8, Issue 9, Part C (2022)
परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ à¤à¤‚व इन पर होने वाले नकारातà¥à¤®à¤• और सकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के संदरà¥à¤ में
परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ à¤à¤‚व इन पर होने वाले नकारातà¥à¤®à¤• और सकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के संदरà¥à¤ में
Author(s)
डॉ0 à¤0 के0 सिंह, पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ सिंह
Abstract
मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में विरासत और तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ में सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• और à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• परंपराओं के संरकà¥à¤·à¤£ और पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤£ में सà¥à¤§à¤¾à¤° करने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ है। इन संसाधनों के संरकà¥à¤·à¤£ और सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन में योगदान करने से आमतौर पर सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ विरासत की रकà¥à¤·à¤¾ करने या सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤¨à¤œÊवित करने का मौका मिल सकता है, उदाहरण के लिठसांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कला और शिलà¥à¤ª को पà¥à¤¨à¤œÊवित करके। तीरà¥à¤¥ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨, तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ न केवल हमारे धारà¥à¤®à¤¿à¤• विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के लिठà¤à¤• गंतवà¥à¤¯ हैं, बलà¥à¤•à¤¿ वे हमारी राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤•à¤¤à¤¾ को à¤à¥€ मजबूत करते हैं और à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¥‡ को à¤à¥€ बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देते हैं। समय आना चाहिठजब इनका उपयोग विदेशी मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करने के लिठà¤à¥€ किया जाना चाहिठऔर हमारी सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विरासत की रकà¥à¤·à¤¾ करना चाहिà¤à¥¤
How to cite this article:
डॉ0 à¤0 के0 सिंह, पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ सिंह. परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ à¤à¤‚व इन पर होने वाले नकारातà¥à¤®à¤• और सकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के संदरà¥à¤ में. Int J Appl Res 2022;8(9):175-178.