Vol. 9, Issue 1, Part F (2023)
बी.à¤à¤¡. ककà¥à¤·à¤¾ के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समायोजन कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ का à¤à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
बी.à¤à¤¡. ककà¥à¤·à¤¾ के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समायोजन कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ का à¤à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s)
रौशन कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾, डॉ० डी०के० शरà¥à¤®à¤¾
Abstractसमायोजन की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ किसी à¤à¥€ लकà¥à¤·à¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठपरिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ अनà¥à¤•à¥‚लन को कहते हैं। जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पर निरà¥à¤à¤° करती है। विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ इसी कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ की à¤à¤• पहलू है। हमारे संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दी गई शिकà¥à¤·à¤¾ हमें परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अनà¥à¤•à¥‚लन à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को उसी परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ में रखकर लकà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ में अहम à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥€ है। शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समायेाजन के अनà¥à¤¤à¤° को देखा गया है तथा साथ ही दोनों चरों की बीच सहसमà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ को देखा गया। परिणाम सà¥à¤µà¤°à¥‚प यह पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤† कि दोनों में कोई अनà¥à¤¤à¤° नहीं है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि छातà¥à¤° à¤à¤µà¤‚ छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं दोनों को समान पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया गया। जिसके कारण दोनों वरà¥à¤—ों का आतà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤° का पाया गया। अचà¥à¤›à¥€ शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समायोजन के लिठअचà¥à¤›à¤¾ वातावरण का होना आवशà¥à¤¯à¤• है। लिंगà¤à¥‡à¤¦ के आधार पर यह नहीं कहा जा सकता है कि शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समायोजन में कोई खास अनà¥à¤¤à¤° होगा। समाज में माता-पिता का à¤à¥€ बालक à¤à¤µà¤‚ बालिकाओं के सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤ में दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ बदल रहा है। तमाम आंकड़ों से यही निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· मिलता है कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में कोई à¤à¥€ वरà¥à¤— किसी से शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समायोजन में कम है। माता-पिता अपने बालक à¤à¤µà¤‚ बालिकाओं दोनों को समाज के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में अवसर देना चाहते है। विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कौशलों à¤à¤µà¤‚ तकनीकी जà¥à¤žà¤¾à¤¨ को अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में विकसित करना चाहते है। जिसका कारण है कि दोनों वरà¥à¤—ों के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में अनà¥à¤¤à¤° समापà¥à¤¤ हो रहा है।
How to cite this article:
रौशन कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾, डॉ० डी०के० शरà¥à¤®à¤¾. बी.à¤à¤¡. ककà¥à¤·à¤¾ के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समायोजन कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ का à¤à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Appl Res 2023;9(1):427-430.