Vol. 10, Issue 3, Part B (2024)
हरियाणा राज्य के 11वीं कक्षा के छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धि पर नैतिक मूल्यों, आत्म-अवधारणा के प्रभावों का अध्ययन
हरियाणा राज्य के 11वीं कक्षा के छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धि पर नैतिक मूल्यों, आत्म-अवधारणा के प्रभावों का अध्ययन
Author(s)
वैशाली सिंह, डाॅ. रेणुु कंसल
Abstract
यह शोध पत्र हरियाणा राज्य के कक्षा 11वीं के छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धियों पर नैतिक मूल्यों, आत्म-अवधारणा के प्रभावों का विश्लेषण करता है। इस शोध पत्र का मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि ये महत्वपूर्ण कारक- नैतिक मूल्य और आत्म-अवधारणा। किस प्रकार छात्रों के शैक्षिक प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं और उनके समग्र मानसिक, सामाजिक और शैक्षिक विकास में क्या भूमिका निभाते हैं। वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य में, जहां शिक्षा का उद्देश्य केवल अच्छे अंकों की प्राप्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों के सर्वांगीण विकास पर भी बल दिया जाता है, यह शोध उन गहन कारकों पर प्रकाश डालता है, जो न केवल छात्रों के शैक्षिक प्रदर्शन को दिशा देते हैं बल्कि उनके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं। नैतिक मूल्य, जैसे ईमानदारी, जिम्मेदारी, सहानुभूति और आत्म-अनुशासन, छात्रों की शैक्षणिक सफलता के महत्वपूर्ण आधार होते हैं। जब छात्रों में ये मूल्य प्रबल होते हैं, तो वे शैक्षिक चुनौतियों का अधिक आत्मविश्वास और समर्पण के साथ सामना कर पाते हैं। नैतिक मूल्यों का शिक्षण छात्रों के भीतर एक अनुशासित और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करता है, जिससे वे न केवल शैक्षणिक कार्यों में सफलता प्राप्त करते हैं, बल्कि सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिक भी बनते हैं। इसके विपरीत, जिन छात्रों में नैतिक मूल्यों की कमी होती है, वे शिक्षा को केवल एक आवश्यक कर्तव्य के रूप में देखते हैं, जिससे उनका शैक्षिक प्रदर्शन कमजोर होता है। इस शोध पत्र में यह भी पाया गया कि नैतिक शिक्षा का प्रभाव छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी होता है।
How to cite this article:
वैशाली सिंह, डाॅ. रेणुु कंसल. हरियाणा राज्य के 11वीं कक्षा के छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धि पर नैतिक मूल्यों, आत्म-अवधारणा के प्रभावों का अध्ययन. Int J Appl Res 2024;10(3):132-137. DOI:
10.22271/allresearch.2024.v10.i3b.12129