Vol. 11, Issue 4, Part C (2025)
भारत में संवैधानिक मानवाधिकार: एक विधिक विश्लेषण
भारत में संवैधानिक मानवाधिकार: एक विधिक विश्लेषण
Author(s)
Archana Jha and Mrityunjay Kumar Rai
Abstract
भारतीय संविधान विश्व का सर्वाधिक व्यापक मानवाधिकार दस्तावेज है जो नागरिकों को मौलिक अधिकारों की गारंटी प्रदान करता है। यह शोध आलेख भारत में संवैधानिक मानवाधिकारों के ऐतिहासिक विकास, संरचना, न्यायिक व्याख्या और समकालीन चुनौतियों का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करता है। विशेष रूप से, हम अनुच्छेद 14 से 32 तक के मौलिक अधिकारों, न्यायिक सक्रियता द्वारा विकसित अधिकारों और महत्वपूर्ण न्यायिक निर्णयों की विस्तृत चर्चा करेंगे।
How to cite this article:
Archana Jha, Mrityunjay Kumar Rai. भारत में संवैधानिक मानवाधिकार: एक विधिक विश्लेषण. Int J Appl Res 2025;11(4):196-202.