Vol. 11, Issue 5, Part E (2025)
शिक्षा और परीक्षा के संदर्भ में भारतीय दृष्टि
शिक्षा और परीक्षा के संदर्भ में भारतीय दृष्टि
Author(s)
सर्वजीत दुबे
Abstract
बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय परिसर के उद्घाटन समारोह के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कहना कि"नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है। नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है। नालंदा उद्घोष है इस सत्य का कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं।"-इस बात को इंगित करती है कि भारतीय संस्कृति में शिक्षा से ज्यादा मूल्यवान दूसरा कुछ नहीं। दूसरी तरफ नई लोकसभा के राष्ट्रपति-अभिभाषण में महामहिम द्रौपदी मुर्मू जी का परीक्षा व्यवस्था के प्रति गहरा असंतोष जताना-इस बात का संकेत है कि वर्तमान शिक्षारूपी वृक्ष पर जो फल लगा है, वह कटु है और विषैला भी।
How to cite this article:
सर्वजीत दुबे. शिक्षा और परीक्षा के संदर्भ में भारतीय दृष्टि. Int J Appl Res 2025;11(5):399-402.