Vol. 1, Issue 13, Part H (2015)
राम काव्य भक्ति परम्परा और साहित्य का अध्ययन
राम काव्य भक्ति परम्परा और साहित्य का अध्ययन
Author(s)
डाॅ. रामकुमार
Abstract
भक्ति परम्परा का विकास प्राचीनकाल में ही हो गया था। राम भक्ति के कवियों ने अपनी मधुर वाणी से जनता के तमाम स्तरों को राममय कर दिया। राम भक्त कवियों ने सभी धर्मों में समन्वय स्थापित किया। प्रस्तुत शोध पत्र में राम भक्ति भावना और साहित्य पर चर्चा की गई है। यद्यपि रामकाव्य का आधार संस्कृत साहित्य में उपलब्ध राम-काव्य और नाटक रहें हैं।
How to cite this article:
डाॅ. रामकुमार. राम काव्य भक्ति परम्परा और साहित्य का अध्ययन. Int J Appl Res 2015;1(13):545-548.