Vol. 1, Issue 2, Part C (2015)
आचारà¥à¤¯ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° देव के माकà¥à¤°à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦à¥€ à¤à¤µà¤‚ समाजवादी विचारधारा का à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
आचारà¥à¤¯ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° देव के माकà¥à¤°à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦à¥€ à¤à¤µà¤‚ समाजवादी विचारधारा का à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s)
डाॅ. पà¥à¤°à¤¿à¤¯ अशोक
Abstract
आचारà¥à¤¯ नरेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¦à¥‡à¤µ ने माकà¥à¤°à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦à¥€ सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ के आधार पर पूà¤à¤œà¥€à¤µà¤¾à¤¦ का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ करते हà¥à¤ यह सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ किया है कि आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के परिणाम-सà¥à¤µà¤°à¥‚प किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° समाज आदिम सामà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦à¥€ यà¥à¤— से आरमà¥à¤ होकर आधà¥à¤¨à¤¿à¤• यà¥à¤— की पूà¤à¤œà¥€à¤µà¤¾à¤¦à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तक पहà¥à¥…ंचता है। पूà¤à¤œà¥€à¤µà¤¾à¤¦ को वे शà¥à¤°à¤® के शोषण पर आधारित à¤à¤• तà¥à¤°à¥à¤Ÿà¤¿à¤ªà¥‚रà¥à¤£ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ मानते हैं। आचारà¥à¤¯ जी का कहना है कि ‘‘जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° धरà¥à¤® मानवता को विकृत तथा खणà¥à¤¡à¤¿à¤¤ करता है उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ की पूà¤à¤œà¥€à¤µà¤¾à¤¦à¥€ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ मानव शà¥à¤°à¤® के गौरव को नषà¥à¤Ÿ कर देती है। आचारà¥à¤¯ जी उन आधà¥à¤¨à¤¿à¤• अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में इतिहास के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की कमी मानते हैं और कहते हैं कि वे कोरे अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥€ हैं। अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° के नियम शाशà¥à¤µà¤¤ नहीं है, वे सामाजिक और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ होते रहते हैं। इस सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤ में माकà¥à¤°à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦ की इतिहास की गतà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करते हà¥à¤ वे कहते हैं कि यदि आरà¥à¤¥à¤¿à¤• नियम अटल होते तो सामाजिक तथा आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास की समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ ही न रह पाती। पूà¤à¤œà¥€à¤µà¤¾à¤¦à¥€ राजà¥à¤¯ का विवेचन करते हà¥à¤ आचारà¥à¤¯ जी लिखते हैं कि राजनीतिक सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ मानव को सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° नहीं करती। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सामाजिक पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ पूà¤à¤œà¥€à¤µà¤¾à¤¦à¥€ है। आचारà¥à¤¯ जी का मत है कि पूà¤à¤œà¥€à¤µà¤¾à¤¦à¥€ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ यहाà¤à¤‚ मà¥à¤Ÿà¥à¤ ी à¤à¤° पूà¤à¤œà¥€à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ को केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ करता है वहाठवह असंखà¥à¤¯ अकिंचन à¤à¥€ पैदा करता है। इस सरà¥à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मजदूर के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सहृदयता दशति हà¥à¤ वे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤°à¤¤à¥‡ हैं कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ के दोषों को दूर करने का साधन सरà¥à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¾ मजदूर ही हैै। यहाठउनका मत माकà¥à¤°à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦ लेनिनवाद के पà¥à¤°à¥‹à¤²à¥‡à¤Ÿà¥‡à¤°à¤¿à¤¯à¥‡à¤Ÿ के समान है। आचारà¥à¤¯ जी मजदूर वरà¥à¤— को समाजवादी कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ का अगà¥à¤°à¤¦à¥‚त मानते हैं उनकी धारणा है कि जिस समाज में उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ की कसौटी धन हो, उसका पतनोनà¥à¤®à¥à¤– होना सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ हैं
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डाॅ. पà¥à¤°à¤¿à¤¯ अशोक. आचारà¥à¤¯ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° देव के माकà¥à¤°à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦à¥€ à¤à¤µà¤‚ समाजवादी विचारधारा का à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Appl Res 2015;1(2):192-195.