Vol. 2, Issue 10, Part C (2016)
‘युवाओं के मूल्यों का अध्ययन’
‘युवाओं के मूल्यों का अध्ययन’
Author(s)
Sunita
Abstract
मूल्यों में आ रही गिरावट के कारण मनुष्य विनाश की ओर बढ़ रहा है। आज समाज में चारों ओर नैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व आध्यात्मिक मूल्यों में गिरावट देखने को मिलती है। आधुनिकीकरण की दौड़ में हम अपनी संस्कृति व सभ्यता को कहीं पीछे छोड़ रहे हैं। प्राचीन सांस्कृतिक गौरव की रक्षा के लिए उन मूल्यों को पुनः स्थापित करने की आवश्यकता है, जिनके लिए हम विश्वभर में अपनी पहचान रखते हैं। अतः भारत विश्वभर में मूल्यों के जन्मदाता के रूप में जाना जाता है। इस शोध के माध्यम से यह ज्ञात करने का प्रयास किया गया है कि युवाओं में कौन से मूल्य उच्च स्तर के हैं और कौन से निम्न स्तर के हैं, क्या लिंग व संकाय के आधार पर मूल्यों में विभिन्नता पाई जाती है? इसमें हरियाणा प्रदेश के रेवाड़ी जिले के दस महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को लिया गया है। इसमें 300 छात्र व 300 छात्राओं को संकाय के अनुसार लिया गया है। प्रस्तुत शोध में जी0 पी0 शैरी व आर0 पी वर्मा द्वारा निर्मित प्रश्नावली का उपयोग आंकडों का संग्रह करने हेतु किया गया। यह शोध आधुनिकीकरण के कारण युवाओं के मूल्यों में होने वाले परिवर्तनों को दर्शाता है।
How to cite this article:
Sunita. ‘युवाओं के मूल्यों का अध्ययन’. Int J Appl Res 2016;2(10):174-177.